tag:blogger.com,1999:blog-5308462427926119146.post2166847485233039874..comments2023-05-28T16:38:32.731+05:30Comments on रचना का स्वप्निल सृजन: समाज सुधार (छत्तीसगढ की मासिक पत्रिका उदंती.com माह अगस्त 2009 में प्रकाशित)रचना गौड़ ’भारती’http://www.blogger.com/profile/14295502379920849897noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-5308462427926119146.post-64004037104412995122009-11-06T12:48:36.480+05:302009-11-06T12:48:36.480+05:30रचना जी आपका विशेष रूप से धन्यवाद कि आपने अपना बहु...रचना जी आपका विशेष रूप से धन्यवाद कि आपने अपना बहुमूल्य समय प्रदान किया।ब्लॉग जगत में मैंने अभी अभी कदम रखा है बहुत कुछ सीखना बाकी है.आपका लेख पढ़ा .....बहुत ही अच्छा लगा .Roshanihttps://www.blogger.com/profile/17011034595175312423noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5308462427926119146.post-14163151516252628032009-11-06T12:37:16.140+05:302009-11-06T12:37:16.140+05:30रचना जी आप का लेख पढ़ा...अच्छा लगा...ऐसे ही लेखों क...रचना जी आप का लेख पढ़ा...अच्छा लगा...ऐसे ही लेखों की आज के मीडिया को जरूरत है...दूसरी बात मेरे ब्लॉग के लिए मुझे शुभकामनाएं प्रेषित करने के लिए धन्यवाद...आशा करता हूं आपका सानिध्य यूं ही मिलता रहेगा....bindas bolhttps://www.blogger.com/profile/04649970293130363789noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5308462427926119146.post-51244295163610230262009-10-30T23:06:12.268+05:302009-10-30T23:06:12.268+05:30रचना जी, आपने ठीक लिखा आज कल ज्यादातर समाज सुधार इ...रचना जी, आपने ठीक लिखा आज कल ज्यादातर समाज सुधार इसी तरह हो रहा है<br /><br />आपकी रचना बढ़िया हैanil sharmahttps://www.blogger.com/profile/13677872635434690306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5308462427926119146.post-25232407374529285732009-10-29T10:37:20.946+05:302009-10-29T10:37:20.946+05:30हमें भी एक प्रति पहले कभी प्राप्त हुई थी. बहुत अच...हमें भी एक प्रति पहले कभी प्राप्त हुई थी. बहुत अच्झी लगी. आपके ब्लॉग पर जो फोन है, हमारे सिस्टम में शायद नहीं हैं इसलिए पढने में नहीं आ रहे हैं. आपसे अनुरोध है की ब्लॉग के लिए unicode का प्रयोग करें. आभार.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.com